Ancient Dwarka Nagri Found Under Water : गुजरात का द्वारिका शहर वह स्थान है जहा 5000 वर्ष पहले भगवान कृष्ण ने मथुरा छोड़ने के बाद द्वारिका नगरी बसाई थी। इस जगह का धार्मिक महत्व तो है ही रहस्य भी कम नहीं है। कहा जाता है की कृष्ण की मृत्यु के साथ उनकी बसाई हुई ये नगरी भी समुद्र में डूब गयी थी।
Ancient Dwarka Nagri Found Under Water
आज भी उस नगरी के अवशेष समुन्द्र की गहराई में कही मौजूद है। दुनिया भर के इतिहासकार मानते रहे है की ईसापूर्व में कभी कोई बड़ा शहर नहीं था लेकिन द्वारिका की खोज ने दुनिया के इतिहासकारो को फिर सोचने पर मजबूर कर दिया । कार्बन डेटिंग के अनुसार खुदाई में मिली द्वारिका की कहानी 9000 साल पुरानी है जो आज से 5000 साल पहले समुद्र में समां गयी थी।
ये शहर उस प्राचीन विकसित सभ्यता से जुड़ा है जिसका जन्म भारत में उस समय हुआ था जब बाकी दुनिया अपने भोजन और मल में फर्क करना भी नहीं जानती थी। समुद्र के नीचे मिला ये शहर साबित करता है की अगर दुनिया में सबसे पहले विकसित सभ्यता का जन्म हुआ था तो वो भारत में ही था । हिमयुग की समाप्ति ने हमारी दुनिया को एक नया रूप दिया जिसमे आज हम रहते है।
बर्फ के पिघलने से समुद्र का जल का स्तर 400 फ़ीट तक बढ़ गया इस भयानक बाड़ ने दुनिया के सभी नए किनारो को जन्म दिया और पुराने किनारे समुद्र में समां गए , इसके साथ ही संसार के कई रहस्य हमेशा के लिए समुद्र में समां गए जिनमे से कई रहस्य पौराणिक समय से जुड़े हुए थे।
पौराणिक समय की वे कहानिया जिन्हे हम बस पौराणिक कथाये मानते है । लेकिन भारत में समुद्र के नीचे कुछ ऐसे सबूत मिले जो इन पौराणिक कथाओ को काफी हद तक सच कर देते है। भारत में हुई एक खोज ने पुरातत्व विदोह के सभी आकड़ो को चुनौती दी और प्राचीन सभ्यताओं का इतिहास फिर से लिखे जाने पर मजबूर हो गया। ये सबूत काफी हद तक हज़ारो साल पहले समुद्र में डूबी द्वारिका नगरी के है।
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